स्कंद पुराण
मध्ययुगीन काळातील संस्कृत ग्रंथ, अठरा प्रमुख पुराणांपैकी एक
हा लेख/विभाग स्वत:च्या शब्दात विस्तार करण्यास मदत करा. |
स्कंदपुराणात सांगितले आहे की- विष्णूचे वास्तव्य वटवृक्षात, ब्रह्माचे पलाशवृक्षात, शक्तीचे आम्रवृक्षात, इंद्राणी व अन्य देवपत्न्या यांचे वास्तव्य लतावेलींमध्ये आणि उर्वशी आदी अप्सरा यांचे वास्तव्य मालती व तत्सम पुष्पवृक्षांत असते. त्यातही मग पळसाच्या तीन पानांतल्या मधल्या पानात विष्णू, डाव्या पानी ब्रह्म व उजव्या पानात शिव असतात.
हिंदू धर्मग्रंथावरील लेखमालेचा भाग | |
वेद | |
---|---|
ऋग्वेद · यजुर्वेद | |
सामवेद · अथर्ववेद | |
वेद-विभाग | |
संहिता · ब्राह्मणे | |
आरण्यके · उपनिषदे | |
उपनिषदे | |
ऐतरेय · बृहदारण्यक | |
ईश · तैत्तरिय · छांदोग्य | |
केन · मुंडक | |
मांडुक्य ·प्रश्न | |
श्वेतश्वतर ·नारायण | |
कठ | |
वेदांग | |
शिक्षा · छंद | |
व्याकरण · निरुक्त | |
ज्योतिष · कल्प | |
महाकाव्य | |
रामायण · महाभारत | |
इतर ग्रंथ | |
स्मृती · पुराणे | |
भगवद्गीता · ज्ञानेश्वरी · गीताई | |
पंचतंत्र · तंत्र | |
स्तोत्रे ·सूक्ते | |
मनाचे श्लोक · रामचरितमानस | |
शिक्षापत्री · वचनामृत |