शेम टू शेम
ह्या लेखाला एकही संदर्भ दिला गेलेला नाही. विश्वसनीय स्रोत जोडून या लेखातील माहितीची पडताळणी करण्यात मदत करा. संदर्भ नसल्याने प्रस्तुत लेखाची उल्लेखनीयता ही सिद्ध होत नाही. संदर्भहीन मजकूराची पडताळणी करता येत नसल्याने व उल्लेखनीयता सिद्ध होत नसल्याने हा लेख काढून टाकला जाऊ शकतो याची नोंद घ्यावी. |
शेम टू शेम | |
---|---|
दिग्दर्शन | पुरुषोत्तम बेर्डे |
निर्मिती | पुरुषोत्तम बेर्डे |
कथा | कमलाकर वैशंपायन |
पटकथा | पुरुषोत्तम बेर्डे |
प्रमुख कलाकार | प्रिया अरुण, लक्ष्मीकांत बेर्डे, विजय चव्हाण, दिपक शिर्के, रविंद्र बेर्डे, जयवंत वाडकर, विजय पाटकर |
संवाद | पुरुषोत्तम बेर्डे |
संकलन | अशोक पटवर्धन |
छाया | सूर्यकांत लवंदे |
कला | पुरुषोत्तम बेर्डे, गुरूजी बंधू |
गीते | विवेक आपटे, पुरुषोत्तम बेर्डे |
संगीत | अनिल मोहिले |
ध्वनी | रवींद्र साठे |
पार्श्वगायन | सुरेश वाडकर, रवींद्र साठे, विनय मांडके, उत्तरा केळकर, साधना सरगम, ज्योत्स्ना हर्डीकर, अशोक हांडे |
नृत्यदिग्दर्शन | सुबल सरकार |
वेशभूषा | शामराव कांबळे |
रंगभूषा | मोहन पाठरे |
साहस दृष्ये | बी. पद्मनाथन, अकबर शेरीफ |
देश | भारत |
भाषा | मराठी |
प्रदर्शित | {{{प्रदर्शन तारीख}}} |
हा लेख/विभाग स्वत:च्या शब्दात विस्तार करण्यास मदत करा. |
यशालेख
संपादनकलाकार
संपादनप्रिया अरुण, लक्ष्मीकांत बेर्डे, विजय चव्हाण, दिपक शिर्के, रविंद्र बेर्डे, जयवंत वाडकर, विजय पाटकर
पार्श्वगायन
संपादनसुरेश वाडकर, रवींद्र साठे, विनय मांडके, उत्तरा केळकर, साधना सरगम, ज्योत्स्ना हर्डीकर, अशोक हांडे
कथानक
संपादनशेम टू शेम हा चित्रपट विनोदी चित्रपट आहे. लक्ष्या आणि बाकी कलाकार डबल भुमिकेत आहेत. एक लक्ष्या शाळेत शिपाई दुसरा आधिकारी. प्रिया अरुण ही एक तमाशा वाली तर दुसरी शाळेत शिक्षक. लक्ष्आचा मामा विजय चव्हाण तो शाळेत शिपाई. त्याच्या जमिनीत खजिना आहे.