"हनुमान चालीसा" च्या विविध आवृत्यांमधील फरक
Content deleted Content added
संतोष गोरे (चर्चा | योगदान) No edit summary खूणपताका: मोबाईल संपादन मोबाईल वेब संपादन प्रगत मोबाईल संपादन |
संतोष गोरे (चर्चा | योगदान) खूणपताका: मोबाईल संपादन मोबाईल वेब संपादन प्रगत मोबाईल संपादन |
||
ओळ ४०:
== हनुमान चालीसा ==
<poem><div style="text-align: center;">
दोहा
ओळ १७५:
पवन तनय संकट हरन, मंगल मूरति रूप।
राम लखन सीता सहित, हृदय बसहु सुर भूप॥
</poem>
</div style="text-align: center;">
== संदर्भ ==
{{संदर्भयादी}}
[[वर्ग:विकिस्रोत]]
[[वर्ग:स्तोत्रे]]
|