अकारविल्हे म्हणजे कोणत्याही माहितीची जलद उपलब्धते साठी विशिष्ठ क्रमाने केलेली रचना.
बाराखडीतील क्रमानुसार मांडणी करणे हा अकारविल्ह्याचा एक प्रकार आहे.
- बाराखडी (अक्षरमाले) नुसार.
- क्रमांका नुसार.
२००९ च्या महाराष्ट्र शासन निर्णयानुसार मराठी वर्णमालेचा ठरवलेला क्रम खालीलप्रमाणे.[१]
अ |
आ |
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ऊ |
ऋ |
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> विशेष संयुक्त व्यंजने
संपादन
- ग्रंथांची अकारविल्हे यादी ग्रंथ नाम आणि प्रकाशनसंस्थे प्रमाणे:
नाव
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प्रकाशन
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चिमणरावांचे चऱ्हाट |
कॉंटिनेंटल प्रकाशन
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निवडक गुंड्याभाऊ |
देशमुख आणि कंपनी प्रकाशन
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हास्य-चिंतामणी |
कॉंटिनेंटल प्रकाशन
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लंकावैभव |
देशमुख आणि कंपनी प्रकाशन
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चौथे चिमणराव |
कॉंटिनेंटल प्रकाशन
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ओसाडवाडीचे देव |
कॉंटिनेंटल प्रकाशन
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राईस प्लेट |
कॉंटिनेंटल प्रकाशन
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स्टेशनमास्तर |
देशमुख आणि कंपनी प्रकाशन
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बोरी बाभळी |
कॉंटिनेंटल प्रकाशन
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एरंडाचे गुऱ्हाळ |
कॉंटिनेंटल प्रकाशन
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[मराठी शब्द सुचवा]
- ^ मराठी वर्णमाला क्रम-शासन निर्णय