कर्नाटकचे राज्यपाल
कर्नाटकचे राज्यपाल हे कर्नाटक राज्यातील भारताच्या राष्ट्रपतींचे नाममात्र प्रमुख आणि प्रतिनिधी आहेत. राज्यपालांची नियुक्ती राष्ट्रपती ५ वर्षांच्या कालावधीसाठी करतात.. थावरचंद गेहलोत यांनी ११ जुलै २०१९ रोजी कर्नाटकचे राज्यपाल म्हणून पदभार स्वीकारला.
कर्नाटकच्या राज्यपालांची यादी (सूची)
संपादनक्रं. | चित्र | नाव | पदाची मुदत | कालावधी | निवडलेले माजी कार्यालय | |
---|---|---|---|---|---|---|
१ | जयचामराजेंद्र वडियार | १ नोव्हेंबर १९५६ | ४ मे १९६३ | ६ वर्षे, १८४ दिवस | म्हैसूरचे महाराज, म्हैसूरचे राजप्रमुख | |
२ | एस. एम. श्रीनागेश | ४ मे १९६३ | २ एप्रिल १९६५ | १ वर्ष, ३३३ दिवस | लष्करप्रमुख | |
३ | व्ही.व्ही.गिरी | २ एप्रिल १९६५ | १३ मे १९६७ | २ वर्षे, ४१ दिवस | भारताचे चौथे राष्ट्रपती | |
४ | गोपाळ स्वरूप पाठक | १३ मे १९६७ | ३० ऑगस्ट १९६९ | २ वर्षे, १०९ दिवस | भारताचे चौथे उपराष्ट्रपती | |
५ | धर्मविरा | २३ ऑक्टोबर १९७० | १ फेब्रुवारी १९७२ | १ वर्ष, १०१ दिवस | पंजाब, हरियाणा आणि पश्चिम बंगालचे राज्यपाल | |
६ | मोहनलाल सुखडिया | १ फेब्रुवारी १९७२ | १० जानेवारी १९७५ | २ वर्षे, ३४३ दिवस | राजस्थानचे मुख्यमंत्री, आंध्र प्रदेश आणि तामिळनाडूचे राज्यपाल | |
७ | - | उमाशंकर दीक्षित | १० जानेवारी १९७५ | २ ऑगस्ट १९७७ | २ वर्षे, २०४ दिवस | पश्चिम बंगालचे राज्यपाल आणि गृहमंत्री |
८ | - | गोविंद नारायण | २ ऑगस्ट १९७७ | १५ एप्रिल १९८२ | ४ वर्षे, २५६ दिवस | इम्पीरियल सिव्हिल सर्व्हिसचे पहिले आणि एकमेव सदस्य ज्याची नियुक्ती आणि कर्नाटकचे राज्यपाल म्हणून काम केले गेले. |
९ | - | अशोकनाथ बॅनर्जी | १६ एप्रिल १९८२ | २५ फेब्रुवारी १९८७ | ४ वर्षे, ३१५ दिवस | या कार्यालयात काम केलेले भारतीय प्रशासकीय सेवेचे पहिले सदस्य |
१० | - | पेंडेकांती व्यंकटसुब्बय्या | २६ फेब्रुवारी १९८७ | ५ फेब्रुवारी १९९० | २ वर्षे, ३४४ दिवस | बिहारचे राज्यपाल, गृह आणि संसदीय कामकाज मंत्री |
११ | - | भानु प्रताप सिंग | ८ मे १९९० | ६ जानेवारी १९९२ | १ वर्ष, २४३ दिवस | खासदार |
१२ | खुर्शीद आलम खान | ६ जानेवारी १९९२ | २ डिसेंबर १९९९ | ७ वर्षे, ३३० दिवस | खासदार, गोव्याचे राज्यपाल | |
१३ | व्ही.एस. रमादेवी | २ डिसेंबर १९९९ | २० ऑगस्ट २००२ | २ वर्षे, २६१ दिवस | भारताचे मुख्य निवडणूक आयुक्त, राज्यसभेचे महासचिव, हिमाचल प्रदेशचे राज्यपाल, कर्नाटकच्या पहिल्या आणि एकमेव महिला राज्यपाल | |
१४ | टी. एन. चतुर्वेदी | २१ ऑगस्ट २००२ | २० ऑगस्ट २००७ | ४ वर्षे, ३६४ दिवस | भारताचे नियंत्रक आणि महालेखापरीक्षक | |
१५ | रामेश्वर ठाकूर | २१ ऑगस्ट २००७ | २४ जून २००९ | १ वर्ष, ३०७ दिवस | ओडिशा, आंध्र प्रदेश आणि मध्य प्रदेशचे राज्यपाल | |
१६ | हंसराज भारद्वाज | २४ जून २००९ | २९ जून २०१४ | ५ वर्षे, ५ दिवस | केंद्रीय कायदा व न्याय मंत्री, केरळचे राज्यपाल | |
१७ | कोनिजेति रोजैया | २९ जून २०१४ | ३१ ऑगस्ट २०१४ | ० वर्षे, ६३ दिवस | आंध्र प्रदेशचे माजी मुख्यमंत्री, तामिळनाडूचे राज्यपाल | |
१८ | वजुभाई रुदाभाई वाला | १ सप्टेंबर २०१४ | १० जुलै २०२१ | ६ वर्षे, ३१२ दिवस | गुजरात विधानसभेचे सभापती ना | |
१९ | थावरचंद गेहलोत | ११ जुलै २०२१ | विद्यमान | ३ वर्षे, ११४ दिवस | केंद्रीय सामाजिक न्याय आणि अधिकारिता मंत्री, राज्यसभेतील सभागृह नेते |