वेद-रहस्य हे पुस्तक श्रीअरविंद लिखित 'द सिक्रेट ऑफ द वेदा' [१] या ग्रंथाचा अनुवाद आहे. डॉ.स्वर्णलता भिशीकर यांनी हा अनुवाद केला आहे.
वेद-रहस्य
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लेखक
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श्रीअरविंद
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मूळ शीर्षक (अन्य भाषेतील असल्यास) |
The secret of the Veda
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अनुवादक |
डॉ.स्वर्णलता भिशीकर
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भाषा |
इंग्रजी - मराठी
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देश |
भारत
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साहित्य प्रकार |
लेखसंग्रह
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प्रकाशन संस्था |
श्रीअरविंद आश्रम प्रकाशन विभाग, पॉण्डिचेरी
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प्रथमावृत्ती |
२०२३
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विषय |
वेदांचा अर्थ
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पृष्ठसंख्या |
५६९
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आय.एस.बी.एन. |
978-81-7058-912-9
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पुस्तकाची मांडणी
संपादन
- मुळातील इंग्रजी ग्रंथाला प्रस्तावना नाही. परंतु श्रीअरविंद यांच्या Hymns to the mystic fire या ग्रंथाची प्रस्तावना या ग्रंथास पूरक व सुसंगत म्हणून जोडण्यात आलेली आहे.
- या पुस्तकामध्ये समाविष्ट करण्यात आलेल्या तळटिपा उपयुक्त आहेत. ज्यांना प्राचीन साहित्याचा फारसा परिचय नाही त्यांना या टिपा संदर्भ समजण्यासाठी विशेष उपयुक्त ठरतात.
भाग
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नाव
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अध्यायांची संख्या
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पहिला
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वेदाचे रहस्य
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२४
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दुसरा
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निवडक सूक्ते
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१३
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तिसरा
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अत्रिसूक्ते
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२६
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चौथा
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अन्य सूक्ते
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०६
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परिशिष्ट
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०१
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वेदावरील भाष्य
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०२
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वेदरहस्य या पुस्तकासंबंधी टिपणे
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- ^ Sri Aurobindo (1971). The secret of the Veda. Sri Aurobindo Birth Centenary Library. 10. Pondicherry: Sri Aurobindo Ashram.