"मारुती स्तोत्र" च्या विविध आवृत्यांमधील फरक
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ओळ २:
वनारी अंजनीसुता रामदूता प्रभंजना ||१||
महाबळी प्राणदाता,
सौख्यकारी दुखःहारी, धूर्त वैष्णव गायका ||२||
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