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ओळ १:
''''' पखियांमधे मैओरु ! वृखियांमधे कल्पतरु ! <br>'''''
'''''भासांमधें मानु थोरु ! मराठियेसे !!'''''
 
=='''बुद्धीला खाद्य'''==
'''भारतीय भाषांमध्ये विकी का बहरला पाहिजे यावर बंगाली विकी प्रबंधक रजिब यांचे भाष्य''
"https://mr.wikipedia.org/wiki/सदस्य:Dakutaa" पासून हुडकले