"एन. दत्ता" च्या विविध आवृत्यांमधील फरक
Content deleted Content added
KiranBOT II (चर्चा | योगदान) छो शुद्धलेखन (अधिक माहिती) |
KiranBOT II (चर्चा | योगदान) छो दोन शब्दांमधील जागा काढली (अधिक माहिती) |
||
ओळ ४४:
* यह रात, यह चॉंदनी फिर कहॉं, सुन जा दिल की दासतॉं (जाल १९५२, गायक - [[हेमंत कुमार]], गीतकार - [[साहिर लुधियानवी]])
* ये किसका लहू है कौन मरा, ऐ रहबर-ए-मुल्क़-ए-क़ौम बता (धर्मपुत्र १९६०, गायक - [[महेंद्र कपूर]])
* सैंया दिल में आना रे, आके
{{DEFAULTSORT:दत्ता, एन.}}
|