"आवर्त सारणी" च्या विविध आवृत्यांमधील फरक
Content deleted Content added
KiranBOT II (चर्चा | योगदान) छो शुद्धलेखन (अधिक माहिती) |
KiranBOT II (चर्चा | योगदान) छो दोन शब्दांमधील जागा काढली (अधिक माहिती); शुद्धलेखन — वेलांटी (अधिक माहिती) |
||
ओळ २:
== मेंडेलीव्हची आवर्त सारणी ==
[[चित्र:Mendelejevs periodiska system 1871.png|thumb|300px|मेंडेलीवची आवर्त सारणी (इ.स.
[[इ.स. १८६९]] साली [[रशिया|रशियन शास्त्रज्ञ]] [[दिमित्री मेंडेलीव]] याने प्रथम ही आवर्त सारणी आधुनिक पद्धतीने मांडली. मेंडेलीवने मूलद्रव्यांना त्यांच्या अणु-वस्तुमानाच्या चढत्या क्रमाने मांडले. त्यानंतर मेंडेलीवने मूलद्रव्यांची आडव्या ओळीत मांडणी करण्यास सुरुवात केली. जर त्याला आधी मांडलेल्या मूलद्रव्याशी साधर्म्य असलेले दुसरे मूलद्रव्य सापडले, तर ते त्याने नवीन ओळीत पहिल्या मूलद्रव्याच्या खाली मांडले. मेंडेलीव्हला अश्या सारणीतून मूलद्रव्यांच्या गुणधर्मांमधील आवर्तानुसारी कल ठळकपणे दाखवायचे होते. काळागणिक जसजशी नव्या मूलद्रव्यांची भर पडत गेली, तसतशी मेंडेलीव्हच्या मूळ सारणीची रचना वाढत वाढत बदलली गेली.
ओळ ८७:
| |
| | ९
|
| fluorine
| फ्लूओरीने
ओळ १४३:
| |
| | १७
|
| chlorine
| नीरजी
ओळ ३२५:
| |
| | ४३
|
| technetium
| चेष्टातु
ओळ ३३९:
| |
| | ४५
|
| rhodium
| नाम्लातु
ओळ ५३५:
| |
| | ७३
|
| tantalum
| सहातु
ओळ ५४२:
| |
| ७४
| |
| | tungsten
| | चण्डातु
ओळ ६१९:
| |
| | ८५
|
| astatine
| लावणी
|