"भारतामधील उच्च न्यायालयांची यादी" च्या विविध आवृत्यांमधील फरक

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ओळ ५४:
| ०८
|- valign="top"
| bgcolor=#C1E0FF | '''[[दिल्ली उच्च न्यायालय]]'''<ref name="delhi">[[लाहौर उच्च न्यायालय]] स्थापित २१ मार्च १९१९. न्यायक्षेत्र [[पंजाब प्रांत]] व दिल्ली. ११ ऑगस्ट १९४७ मध्ये वेगळे [[पंजाब उच्च न्यायालय]] भारतीय स्वतंत्र अधिनियमअधिनियमप्रमाणे प्रमाणे शिमलासिमला येथे स्थापित करण्यात आले. ह्या उच्च न्यायालयाचे न्यायक्षेत्र [[पंजाब]], [[दिल्ली]], [[हिमाचल प्रदेश]] व [[हरयाणाहरियाणा]] होते. १९६६ साली पंजाब राज्याच्या पुनर्गठन मध्येपुनर्रचनेमध्ये या न्यायालयास पंजाब व हरयाणाहरियाणा उच्च न्यायालय हे नाव दिले गेले. [[३१ ऑक्टोबर]] [[इ.स. १९६६|१९६६]] मध्ये दिल्ली उच्च न्यायालयाची स्थापना करून त्याचे स्थान शिमलासिमला येथे ठेवण्यात आले.</ref>
|[[३१ ऑक्टोबर]] [[इ.स. १९६६|१९६६]]
| ''दिल्ली उच्च न्यायालय अधिनियम, १९६६''
ओळ ९०:
| ''पत्र अधिकार-दान-पत्र'' काश्मीरचे महाराजा यांनी जारी.
| [[जम्मू आणि काश्मीर]]
| [[श्रीनगर]] & [[जम्मू]]<ref name="jk">श्रीनगर हेही काश्मीरची उन्हाळी राजधानी तर जम्मू हेही हिवाळी राजधानी आहे.</ref>
| &nbsp;
| १४
ओळ १०२:
| १२
|- valign="top"
| bgcolor=#C1E0FF | '''[[कर्नाटक उच्च न्यायालय]]'''<ref name="kar">मूलतःमुळात, म्हैसूर उच्च न्यायालय. १९७३ साली नाव बदलुनबदलून कर्नाटक उच्च न्यायालय ठेवण्यात आले.</ref>
| १८८४
| ''म्हैसूर उच्च न्यायालय अधिनियम, १८८४''
ओळ ११०:
| ४०
|- valign="top"
| bgcolor=#C1E0FF | '''[[केरळ उच्च न्यायालय]]'''<ref name="केरळ">त्रावणकोर-कोचीन उच्च न्यायालयाची स्थापना [[जुलै ७]] [[इ.स. १९४९|१९४९]] साली एर्नाकुलमअर्नाकुलम येथे करण्यात आली. केरळ राज्याची स्थापना राज्य पुनर्गठन अधिनियम, १९५६ च्या१९५६च्या मार्फत करण्यात आली. या अधिनियमाने त्रावणकोर-कोचीन उच्च न्यायालय बरखास्त करून केरळ उच्च न्यायालयाची स्थापना केलीझाली.</ref>
| १९५६
| ''राज्य पुनर्गठन अधिनियम, १९५६''
ओळ ११८:
| ४०
|- valign="top"
| bgcolor=#C1E0FF | '''[[मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय]]'''<ref name="मप">भारत सरकार अधिनियम, १९३५ प्रमाणे नागपूर येथे उच्च न्यायालयची स्थापना झाली होती. राज्य पुनर्गठन नंतरपुनर्रचनेनंतर हे उच्च न्यायालय १९५६ साली जबलपूर येथे स्थालांतरीतस्थालांतरित करण्यात आले.</ref>
|[[२ जानेवारी]] [[इ.स. १९३६|१९३६]]
| ''भारत सरकार अधिनियम, १९३५''
ओळ १२९:
|[[१५ ऑगस्ट]] [[इ.स. १८६२|१८६२]]
| ''उच्च न्यायालय अधिनियम, १८६१''
| [[तमिळनाडू]], [[पुडुचेरीपाँडिचेरी]]
| [[चेन्नई]]
| [[मदुरैमदुरा]]
| ४७
|- valign="top"
ओळ १३७:
|[[३ एप्रिल]] [[इ.स. १९४८|१९४८]]
| ''ओरिसा उच्च न्यायालय आदेश, १९४८''
| [[ओरिसा]]
| [[ओडिशा|ओडिशा]]
| [[कटक]]
| &nbsp;
| २७
|- valign="top"
| bgcolor=#C1E0FF | '''[[पटनापाटणा उच्च न्यायालय]]'''
|[[२ सप्टेंबर]] [[इ.स. १९१६|१९१६]]
| ''भारत सरकार अधिनियम, १९१५''
| [[बिहार]]
| [[पटनापाटणा]]
| &nbsp;
| ४३
|- valign="top"
| bgcolor=#C1E0FF | '''[[पंजाब व हरयाणाहरियाणा उच्च न्यायालय]]'''<ref name="पंजाब">मूलतः पंजाब उच्च न्यायालय नंतर १९६६ साली त्याचे नामकरन पंजाब व हरयाणा उच्च न्यायालय करण्यात आले.</ref>
|[[८ नोव्हेंबर]] [[इ.स. १९४७|१९४७]]
| ''उच्च न्यायालय (पंजाब) आदेश, १९४७''
| [[पंजाब]], [[हरयाणाहरियाणा]], [[चंदिगडचंदीगड]]
| [[चंदिगडचंदीगड]]
| &nbsp;
| ५३
ओळ १६३:
| [[राजस्थान]]
| [[जोधपूर]]
| [[जयपुरजयपूर]]
| ४०
|- valign="top"
| bgcolor=#C1E0FF | '''[[सिक्किमसिक्कीम उच्च न्यायालय]]'''
| १९७५
| ''[[३८ वे संशोधन भारतीय संविधानातीलराज्यघटनेतील]]''
| [[सिक्किमसिक्कीम]]
| [[गंगटोक]]
| &nbsp;