"स्मिता पाटील" च्या विविध आवृत्यांमधील फरक
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ओळ ८३:
* मी कात टाकली
* साजन के गुण गाये
* आज रपट जाए तो हमें नाउठई यों
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ओळ ८३:
* मी कात टाकली
* साजन के गुण गाये
* आज रपट जाए तो हमें नाउठई यों
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