"रामचंद्र द्विवेदी" च्या विविध आवृत्यांमधील फरक
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ओळ २२:
* अब तेरा सिवा कौन मेरा कृष्ण कन्हैया (किस्मत)
* आओ बच्चों तुम्हे दिखाएँ झाँखी हिंदुस्तान की (जागृति, गायकः प्रदीप)
* आज आशिया के लोगों का काफिला चला (काफिला)
* आज मौसम सलोना सलोना रे (झूला)
* आज हिमालय की चोटी से फिर हमने ललकारा है, दूर हटो दुनिया वालो ये हिंदुस्तान हमारा है (चित्रपट : किस्मत)
* इन्सान का इन्सान से हो भाई चारा (पैगाम)
* ऊपर गगन विशाल (मशाल)
* ऐ मेरे वतन के लोगों, जरा आँख मे भरलो पानी (गीत)
* ओ अमीरों के परमेश्वर (पैगाम)
* कान्हा बजाये बांसरी और ग्वाले... (नास्तिक)
* काहे को बिसरा हरी नाम, ओ माटी के पुतले (चक्रधारी)
* कोई लाख करे चतुराई, हरी का नाम रहे रे भाई (चंडी पूजा)
* खींचो कमान खींचो (अंजन)
* गगन झन झना रहा (नास्तिक)
* घर घर में दिवाली है मेरे घर में अन्धेरा (किस्मत)
* चना जोर गरम बाबू (बंधन)
* चल चल रे नौजवान (बंधन)
* चल मुसाफिर चल (कभी धूप कभी छाँव)
* चलो चले माँ (जागृति
* जय जय नारायण हरी हरी (हरिदर्शन)
* जय जय राम रघूराई (नास्तिक)
* झूले के संग झूलों (झूला)
* तेरे द्वार खडा भगवान (वामन अवतार)
* दूसरों का दुखड़ा दूर करनेवाले
* देख तेरे संसार की हाल क्या हो गयी भगवान, कितना बदल गया इन्सान (नास्तिक, गायक: प्रदीप)
* दे दी हमें आज़ादी बिना खड़ग बिना ढाल, साबरमती के संत तुने कर दिया कमाल (जागृति)
* धीरे धीरे आ रे बादल, धीरे धीरे आ (किस्मत)
* नई उमर की कलियाँ तुमको देख रही दुनियाँ सारी (तलाक)
* नाचो नाचो प्यारे मन के मोर (पुनर्मिलन)
* ना जाने किधर आज मेरी नाव चली रे (झूला)
* पपीहा रे, पपीहा रे, मेरे पियासे (किस्मत)
* पिंजड़े के पंछी रे, तेरा दर्द न जाने कोय (नागमणि; गायकः प्रदीप)
* पियू पियू बोल प्राण पपीहे (बंधन)
* प्रभू के भरोसे हाको गाडी (हरिदर्शन)
* बिगुल बज रहा आजादी का (तलाक)
* भारत के लिये भगवान का एक वरदान है गंगा (हर हर गंगे)
* मदद करो ऐ संतोषी माता (जय संतोषी माँ)
* मारने वाले है भगवान बचाने वाले है भगवान (हरिदर्शन)
* मुखड़ा देख रे प्राणी जरा दर्पन में (दो बहन)
* मेरे बिछडे हुए साथी (झूला)
* मैं तो आरती उतारूँ रे संतोषी माता की (जय संतोषी माँ)
* मैं तो दिल्ली से दुल्हन लाया रे (झूला)
* राम भरोसे मेरी गाडी (गर्ल्स स्कूल)
* रुक ना सको तो जाओ (बंधन)
* साँवरियाँ रे अपनी मीरा को भूल न जाना (आँचल)
* सूनी पडी रे सितार (कंगन)
* हम लाएँ हैं तूफान से कश्ती निकाल के (चित्रपट: जागृति)
* हमने जगत की अजब तसवीर देखी
* हर हर महादेव, अल्ला हो अकबर (चल चल रे नौजवान)
==पुरस्कार==
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