"सहजानंद सरस्वती" च्या विविध आवृत्यांमधील फरक
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ओळ ५:
==गीताहृदय==
हे स्वामी सहजानंद सरस्वतींचे गीतेवरील भाष्याचे नाव होय. भाष्याचे दोन खंड असून शिवाय परिशिष्टे आहेत. सन १९४१ ते १९४२ या काळात कारावासात असताना त्यांनी ते लिहिले.
==स्वामी सहजानंद सरस्वती यांनी लिहिलेली पुस्तके==
१. ब्राह्मण समाज की स्थिति - १९१६ <br/>
२. ब्रह्मर्षि वंश विस्तार – १९१६<br/>
३. झूठ भय और मिथ्या अभिमान – १९१६<br/>
४. कर्म कलाप – १९२६<br/>
५. गया के किसानों की करुना कहानी – १९३३<br/>
६. भूमि व्यवस्था कैसे हो – १९३५<br/>
७. The Other Side & The Shield - १९३८<br/>
८. Rent Reduction in Bihar: How it Works - १९३९<br/>
९. मेरा जीवन संघर्ष ( आत्मकथा ) – १९४०<br/>
१०. किसान कैसे लड़ते हैं – १९४०<br/>
११. किसान क्या करें – १९४०<br/>
१२. किसान सभा के संस्मरण – १९४०<br/>
१३. झारखण्ड के किसान – १९४१<br/>
१४. खेत मजदूर - १९४१<br/>
१५. क्रांति और संयुक्त मोर्चा – १९४१<br/>
१६. गीता ह्रदय (तत्त्वज्ञान) – १९४२<br/>
१७. जमींदारी का खात्मा हो – १९४६<br/>
१८. किसानों को फंसाने की तैयारी – १९४६<br/>
१९. अब क्या हो – १९४७<br/>
२०. महारुद्र का महातांडव – १९४८<br/>
२१. किसानों के दवे और कार्यक्रम का खरीता – १९४९
[[वर्ग:भारतीय स्वातंत्र्यलढा]]
[[वर्ग:इ.स. १८८९ मधील जन्म]]
[[वर्ग:इ.स. १९५० मधील मृत्यू]]
[[वर्ग:भगवद्गीता]]
[[वर्ग:संस्कृत ग्रंथ]]
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