प्रेम जनमेजय (१८ मार्च, १९४९:अलाहाबाद, उत्तर प्रदेश) हे एक हिंदी विनोदी लेखक आहेत.

शिक्षण संपादन

एम.ए., एम.लिट्., पीएच्. डी.

पुस्तके संपादन

  • अगर ऐसा होता (बालसाहित्य)
  • अंधेरे के पक्ष में उजाला
  • अध्यक्षस्य प्रथम दिवसे
  • आत्मा महाठगिनी
  • ऑंधियों का मौसम
  • उजाला एक विश्वास (ललित)
  • कन्या-रत्न का दर्द
  • कविता (बाल-कविता)
  • खुदा का घड़ा (नवसाक्षरांसाठी)
  • त्रिनिडाड में छूटती पिचकारी का नया रंग (आठवणी)
  • त्रिनिडाड में दिवाली (आठवणी)
  • देखौ कर्म कबीर का (श्रुतिका)
  • नल्लुराम (बालसाहित्य)
  • पुरस्कारम् देहि
  • पुलिस! पुलिस! मैं नही माखन खायो
  • प्रसाद के नाटकों में हास्य व्यंग्य (समीक्षा)
  • बेशर्ममेव जयते
  • भ्रष्टाचार के सैनिक
  • माथे की बिंदी
  • मेरी इक्यावन व्यंग्य रचनाएॅं
  • मैया, मोही विदेस बहुत भायो
  • ये पीड़ित जनम जनम के
  • राजधानी में गॅंवार
  • राधेलाल का कुत्ता
  • राम! पढ़ मत, मत पढ़
  • लला फिर आईयो खेलन होली (ललित लेख)
  • व्यंग्य का सही दृष्टिकोण : हरिशंकर परसाई (साहित्य परीक्षण)
  • शर्म मुझको मगर क्यों आती!
  • साकेत (श्रुतिका)
  • शहद की चोरी (बालसाहित्य)
  • हिंदी के शहीद
  • हुड़क (नवसक्षरांसाठी)
  • हे देवतुल्य ! तुम्हें प्रणाम
  • होली वाला रोबोट (बालसाहित्य)
  • क्षितिज पर उड़ती स्कार्लेट आयबिस (बालसाहित्य)

पुरस्कार व सन्मान संपादन

  • अवंतिका सहस्राब्दी सन्मान
  • 'इंडो रशियन लिटररी क्लब' सन्मान
  • प्रकाशवीर शास्त्री सन्मान
  • 'माध्यम' युवा रचनाकार अट्टहास सन्मान
  • युवा साहित्य मंडल सन्मान
  • युवा साहित्य मंडल - विशेष सन्मान
  • हरिशंकर परसाई स्मृति पुरस्कार
  • हिंदी अकादमी लेखक सन्मान

संदर्भ संपादन