"श्रावण" च्या विविध आवृत्यांमधील फरक
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ओळ २२:
* मेरे नैना सावन भादों (लता, मेहबूबा)
* मोहोब्बत बरसा देना तू, सावन आया है (गीत-अरिजीतसिंग)
* रिमझिम गिरे सावन, सुलग सुलग जाये मन (योगेश, राहुलदॆव बर्मन, किशोर कुमार, मंजिल, ??)
* लगी आज सावन की फिर वो झडी है (आनंद बक्षी, शिव हरी, सुरेश वाडकर-अनुपमा देशपांडे, चांदनी, ??)
* सावन का महीना पवन करे सोर (आनंद बक्षी, कल्याणजी-आनंदजी, मुकेश-लता, मिलन -१९६७, पहाडी)
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* सावन के बादलों की तरह से भरे हुए, ये वो नयन हैं जिनसे के जंगल हरे हुए
* सावन घन गरजे बजाये मधुर मधुर मल्हार (विद्याधर गोखले, वसंत देसाई, प्रसाद सावकार, पंडितराज जगन्नाथ-नाटक, ??)
* सावन में मोरनी बन के, मैं तो छम छम नाचू, ओ मैं तो छम छम नाचू (मेहबूब, ललित सेन, फाल्गुनी पाठक, सांवरियाँ तेरी याद में, ??)
* अरे हाय हाय ये मजबूरी, ये मौसम और ये दूरी, अरे हाय हाय हाय मजबूरी, ये मौसम और ये दूरी, मुझे पल पल है तड़पाये, तेरी दो टकियाँ दी नौकरी वे मेरा लाखों का सावन जाये (वर्मा मलिक, लक्ष्मीकांत प्यारेलाल, लता मंगेशकर, रोटी, कपडा ऑर मकान, ???)
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